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हमसफ़र 15 पॉर्ट सीरीज पॉर्ट - 3




हमसफ़र  (भाग - 3)


वीणा अपना एडमिशन करवा कर बाहर आई। बाहर आने के बाद सुमित को धन्यवाद दिया और उसे कहा - "मेरा प्रयास रहेगा आपके रुपये जल्दी वापस करुँ"। 

सुमित - "अरे नहीं वीणा जी आप इतनी परेशान मत होइए। पहले आप कॉलेज को अगली किश्त देने की सोचिए। और फिर अपनी पढ़ाई कीजिए। रुपये कहीं भागे नहीं जा रहे हैं। आखिर हम दोनों रहने वाले तो एक ही शहर के हैं फिर इतनी परेशानी क्यों ? एक शहर के होने के नाते हमारा-आपका कुछ रिश्ता तो बनता है ना। इसलिए आप परेशान मत होइए ।

उन लोगों ने वहां कुछ हल्का नाश्ता किया फिर वापस स्टेशन आए। स्टेशन पर अजय उन लोगों की प्रतीक्षा में बैठा था। इन्हें देखते ही बोला  - 

    "अरे कितनी देर हो गई आप लोगों को। मैं तो कब का आ गया यहां। पर आप लोगों को इतनी देर कैसे हुई"।

सुमित ने कहा– "हां इनके कॉलेज में कुछ देर हो गई थी भीड़ बहुत अधिक थी; और यह लोग इस शहर में पहली बार आए हैं। इसलिये देर से पहुँचे थे; इसलिये देर हो गई। चलो कोई बात नहीं, आखिरी ट्रेन का टाइम तो अभी है बचा हुआ; इसलिए चिंता की कोई बात नहीं। अगर वह भी निकल गई होती तब परेशानी थी"।

सुमित की बातों का इशारा वीणा और वीरेन दोनों समझ गये थे। अजय को फीस के रुपयों की बाबत कोई जानकारी नहीं थी; और उस सम्बन्ध में अब कोई चर्चा भी नहीं करनी है।

सुमित -  "अजय तुमने कुछ खाया क्या"?

  अजय  -  "नहीं मैं तो इंतजार कर रहा हूं तुम जब आओगे तुम्हारे आने पर साथ ही खाऊँगा। अमरुद लिए थे, मैंने खाए। तुम्हारे लिए भी रखा है"।

  उसने इन्हें अमरुद दिया।

वीरेन ने सबसे पहले अमरूद खाया और कहा - "वाह भैया अमरूद तो स्वादिष्ट है"।

   ट्रेन का टिकट लिया गया। ट्रेन की आने में देर थी तो विचार हुआ कैंटीन में जाकर कुछ खा लिया जाए। यह लोग कैंटीन गये और वहां जाकर नाश्ता किया। फिर कॉफी पीकर आपस में बातें करते हुए ट्रेन की प्रतीक्षा करने लगे।

ट्रेन आने के बाद उसमें सवार होकर ये लोग वापस अपने शहर आ गये। रास्ते में इन लोगों ने एक दूसरे को अपने घर का पता और मोबाईल नंबर दिया। स्टेशन से बाहर आकर इन लोगों ने एक दूसरे से विदा ली और अपने-अपने घर गये।

घर पहुंचते काफी रात हो गई थी और थकान भी काफी हो गई थी इसलिए वीणा ने रात में किसी से कुछ भी नहीं कहा और फ्रेश होकर सोने चली गई।

 

                                      क्रमशः


    निर्मला कर्ण 

                              



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2 Comments

Alka jain

04-Jun-2023 12:53 PM

V nice 👍🏼

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